देशभर के आइआइटी संस्थानों में प्रवेश के लिए होनेवाली परीक्षा जेईई एडवांस्ड अगले वर्ष यानी 2018 से ऑनलाइन होगी. जेईई एडवांस्ड के लिए क्वालिफाई करनेवाले सभी विद्यार्थियों को अब ऑनलाइन परीक्षा देनी होगी. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) कानपुर इस बार JEE Advanced 2018
परीक्षा का आयोजन करेगा. ये परीक्षा 20 मई 2018 को आयोजित की जाएगी. JEE
Advanced 2018 की ऑफिशियल वेबसाइट jeeadv.ac.in लांच कर दी गई है. इसके लिए विद्यार्थियों को तीन दिनों की ट्रेनिंग दी जायेगी. खबर है कि इस बार ये परीक्षा 2 सेशन में होगी जो कि पूरी तरह से ऑनलाइन
होगी। परीक्षा में 2 पेपर होंगे (Paper 1 and Paper 2). दोनों पेपर की
परीक्षा 3 घंटे तक चलेगी. आपको बता दें कि इस बार 159540 छात्रों ने JEE
(Advanced) परीक्षा में हिस्सा लिया था इनमें से दो लाख ने जेईई एडवांस्ड के लिए क्वालिफाई किया था. जिसमें से 50455 छात्रों को ही IIT
में एडमिशन मिला है.
जेईई मेन्स और जेईई एडवांस्ड की परीक्षा के जरिये विद्यार्थियों को आइआइटी, एनआइटी और केंद्रीय वित्त पोषित इंजीनियरिंग संस्थानों में एडमिशन मिलता है. इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए विद्यार्थियों को पहले जेईई मेंस की परीक्षा पास करनी होती है. इसके बाद जेईई एडवांस्ड की परीक्षा पास करनी होती है. सरकार ने जेईई मेन्स की परीक्षा में बैठने के लिए विद्यार्थियों को ऑनलाइन का विकल्प दिया था. ज्वाइंट एडमिशन बोर्ड (जेएबी) ने जेईई एडवांस्ड की परीक्षा में अब ऑनलाइन विकल्प को अनिवार्य कर दिया है. जेईई मेन्स की परीक्षा दो माध्यमों से ली जाती है. ऑनलाइन और ऑफलाइन. विद्यार्थी अपनी इच्छानुसार ऑनलाइन या ऑफलाइन परीक्षा में शामिल होते हैं.
जेईई एडवांस्ड 2018 की परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को परेशान होने की जरुरत नहीं है. उनकी परेशानी को दूर करने के लिए भी कदम उठाये गये हैं. इन विद्यार्थियों को तीन दिनों की ट्रेनिंग दी जायेगी. यह ट्रेनिंग मॉक टेस्ट के जरिये होगी. इस संदर्भ में स्कूलों को सलाह दी गयी है कि वे अपने विद्यार्थियों को ट्रेनिंग लेने के लिए कंप्यूटर लैब का उपयोग करने की छूट दें. मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इस कदम का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि जेईई एडवांस्ड की परीक्षा अगले वर्ष से ऑनलाइन किये जाने से न सिर्फ परीक्षा में पारदर्शिता आयेगी बल्कि पेपर लीक की घटनाएं भी रुकेंगी.
जेईई एडवांस्ड 2018 की परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को परेशान होने की जरुरत नहीं है. उनकी परेशानी को दूर करने के लिए भी कदम उठाये गये हैं. इन विद्यार्थियों को तीन दिनों की ट्रेनिंग दी जायेगी. यह ट्रेनिंग मॉक टेस्ट के जरिये होगी. इस संदर्भ में स्कूलों को सलाह दी गयी है कि वे अपने विद्यार्थियों को ट्रेनिंग लेने के लिए कंप्यूटर लैब का उपयोग करने की छूट दें. मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इस कदम का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि जेईई एडवांस्ड की परीक्षा अगले वर्ष से ऑनलाइन किये जाने से न सिर्फ परीक्षा में पारदर्शिता आयेगी बल्कि पेपर लीक की घटनाएं भी रुकेंगी.