केंद्र सरकार ने सम्पूर्ण बीमा
ग्राम योजना की शुक्रवार को शुरूआत की तथा डाक जीवन बीमा योजना का
विस्तार भी किया. सम्पूर्ण बीमा ग्राम योजना में देश के प्रत्येक जिले
में कम से कम सौ परिवारों वाले एक गांव का चयन किया जाएगा. संचार मंत्री
मनोज सिन्हा ने बताया कि इस प्रयास में चयनित गांव के हर परिवार के एक
व्यक्ति को ग्रामीण डाक बीमा योजना के अंतर्गत लाया जाएगा. उन्होंने कहा
कि सम्पूर्ण बीमा ग्राम योजना के तहत सभी चिन्हित परिवारों को बीमा सुविधा
देना इस योजना का लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि देश के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वालों को किफायती जीवन
बीमा सेवाएं प्रदान करने के लिए डाक नेटवर्क के जरिए बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध
कराने के विचार को आगे बढ़ाने की जरूरत है. सिन्हा ने कहा कि सांसद आदर्श
ग्राम योजना के अंतर्गत आने वाले सभी गांव इसकी सीमा में लाए जाएंगे.
संचार मंत्री ने कहा कि डाक जीवन बीमा (पीएलआई) के ग्राहकों की संख्या
बढ़ाने की योजना के अंतर्गत अब यह निर्णय लिया गया है कि पीएलआई के लाभ
केवल सरकारी और अर्ध सरकारी कर्मचारियों तक ही सीमित नहीं होंगे बल्कि यह
डॉक्टरों, इंजीनियरों, प्रबंधन सलाहकारों, चार्टटेड एकाउंटेंट,
वास्तुकारों, वकीलों, बैंक कर्मियों जैसे पेशेवरों और एनएसई (नेशनल स्टॉक
एक्सचेंज) तथा बीएसई (बम्बई स्टॉक एक्सचेंज) के कर्मचारियों के लिए भी
उपलब्ध होंगे. यह फैसला सामाजिक सुरक्षा कवरेज को बढ़ाने और अधिकतम संख्या
में लोगों को डाक जीवन बीमा (पीएलआई) के तहत लाने के लिए किया गया है.
उन्होंने कहा कि निजी बीमा की तुलना में डाक पॉलिसियों का बीमा शुल्क कम और
लाभांश अधिक है.
उन्होंने कहा कि डाक जीवन बीमा (पीएलआई) व ग्रामीण डाक जीवन बीमा (आरपीएलआई) से लोगों का जीवन सुरक्षित होने के साथ ही वित्तीय समेकन भी बढ़ेगा. 1884 में शुरू किया गया डाक जीवन बीमा (पीएलआई) सरकारी और अर्ध सरकारी कर्मचारियों के लाभ के लिए सबसे पुरानी बीमा योजनाओं में से एक है. मल्होत्रा समिति की सिफारिशों पर 24 मार्च, 1995 को शुरू किए गए ग्रामीण डाक जीवन बीमा (आरपीएलआई) के जरिये ग्रामीण क्षेत्रों विशेष रूप से इन क्षेत्रों में रहने वाले वंचित वर्गो और महिलाओं को बीमा कवर प्रदान किया जाता है. कम बीमा शुल्क और उच्च लाभांश पीएलआई और आरपीएलआई योजनाओं का महत्वपूर्ण पहलू है. 31 मार्च, 2017 तक देश भर में 46.8 लाख पीएलआई और 146.8 लाख आरपीएलआई पॉलिसी धारक थे.
उन्होंने कहा कि डाक जीवन बीमा (पीएलआई) व ग्रामीण डाक जीवन बीमा (आरपीएलआई) से लोगों का जीवन सुरक्षित होने के साथ ही वित्तीय समेकन भी बढ़ेगा. 1884 में शुरू किया गया डाक जीवन बीमा (पीएलआई) सरकारी और अर्ध सरकारी कर्मचारियों के लाभ के लिए सबसे पुरानी बीमा योजनाओं में से एक है. मल्होत्रा समिति की सिफारिशों पर 24 मार्च, 1995 को शुरू किए गए ग्रामीण डाक जीवन बीमा (आरपीएलआई) के जरिये ग्रामीण क्षेत्रों विशेष रूप से इन क्षेत्रों में रहने वाले वंचित वर्गो और महिलाओं को बीमा कवर प्रदान किया जाता है. कम बीमा शुल्क और उच्च लाभांश पीएलआई और आरपीएलआई योजनाओं का महत्वपूर्ण पहलू है. 31 मार्च, 2017 तक देश भर में 46.8 लाख पीएलआई और 146.8 लाख आरपीएलआई पॉलिसी धारक थे.
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