भारत के पहले ओलंपिक तैराक शमशेर खान का 15 अक्तूबर को आंध्र प्रदेश के
गुंटूर जिले में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. वह 87 वर्ष के थे और अपनी
तीन बेटियों व दो बेटों के साथ रह रहे थे. 1956 मेलबर्न ओलंपिक में भारत
का प्रतिनिधित्व करने वाले खान ने गुलमुर में रेपल्ले के पास स्थित एक छोटे
से गांव इस्लामपुर के अपने घर में अंतिम सांस ली. खान के परिवार के
अनुसार, वह लंबे समय से बीमार थे. उन्होंने सीने में दर्द होने की शिकायत की, लेकिन अस्पताल ले जाने से
पहले ही उनका निधन हो गया.
खान, मेलबर्न ओलंपिक में 200 मीटर बटरफ्लाई और ब्रेस्टस्ट्रोक
में चौथे पायदान पर रहे थे. उन्होंने 1946 में सेना में शामिल होने के बाद
तैराकी सीखी थी. उन्होंने तैराकी के बटरफ्लाई में राष्ट्रीय रिकार्ड भी
अपने नाम किया था. खान को पहली बार 2010 में दौरा पड़ा था, लेकिन वह इलाज के लिए भी पैसे
नहीं जुटा पा रहे थे. उन्होंने कई अवसरों पर शोक व्यक्ता किया और कहा कि
सरकार ने उनके योगदान को स्वीकार नहीं किया और न ही उन्हें कोई वित्तीय
सहायता प्रदान की.
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