बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर फिल्म एंड टीवी इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII)
पुणे के नए चेयरमैन होंगे. उनकी नियुक्ति की घोषणा 11 अक्तूबर को की गई है.
उन्हें 2004 में पद्मश्री और 2016 में पद्म भूषण का सम्मान दिया गया था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक अनुपम, गजेंद्र चौहान की जगह लेंगे. गजेंद्र की
नियुक्ति पर जब विवाद शुरू हुआ था तो अनुपम ने भी सवाल उठाए थे. गजेंद्र को एनडीए सरकार ने 9 जून 2015 को FTII का चेयरमैन बनाया गया था.
तब उनकी नियुक्ति का काफी विरोध हुआ था. छात्रों ने करीब 139 दिनों तक
प्रदर्शन किया था. अनुपम से पहले बॉलीवुड की कई बड़ी हस्तियां FTII को लीड कर चुकी हैं.
इनमें श्याम बेनेगल, अदूर गोपालकृषन, सईद मिर्जा, महेश भट्ट, मृणाल सेन,
विनोद खन्ना और गिरीश कर्नाड जैसी शख्सियतें शामिल हैं.
इस साल मार्च महीने में गजेंद्र का कार्यकाल खत्म होना था जिसके चलते
इंस्टीट्यूट के चेयरमैन के रूप में नए चेहरे की तलाश हो रही थी. हालांकि
FTII चेयरमैन के कार्यकाल की अवधि तीन साल की होती है. इस दौरान
इंस्टीट्यूट में कई बड़े बदलाव किए गए जो कि विवाद का कारण भी बने. चेयरमैन का कार्यकाल तीन
साल का होता है लेकिन गजेंद्र इस पद पर सिर्फ 13 महीने ही रह पाए. उन्होंने कहा,
'9 जून 2015 को जब मेरी नियुक्ति हुई थी तो मेरा कार्यकाल चार मार्च 2014
से गिना गया. मैंने 7 जनवरी 2016 को ज्वाइन किया और 3 मार्च 2017 को मेरा
कार्यकाल खत्म हो गया.'
अनुपम ने करीब 500 से ज्यादा फिल्मों और थिएटर प्ले में काम किया है.
वो कई इंटरनेशनल फिल्म से भी जुड़े रहे हैं. उनकी इंटरनेशनल फिल्म 'बेंड इट
लाइक बेकहम' को साल 2002 में गोल्डन ग्लोब के लिए नॉमिनेट किया गया था.
अनुपम ने पांच बार कॉमिक रोल के लिए बतौर बेस्ट एक्टर फिल्मफेयर अवॉर्ड
जीता है. नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के स्टूडेंट रहे अनुपम खेर एक्टर्स
प्रिपेयर्स इंस्टीट्यूट के चेयरमैन भी हैं. कश्मीरी परिवार में जन्में
अनुपम खेर ने साल 1982 में फिल्म 'आगमन' से बॉलीवुड में डेब्यू किया. उनकी
बेहतरीन फिल्मों सारांश, राम लखन, डैडी, मैंने गांधी को नहीं मारा, लम्हें,
दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, हम आपके हैं कौन जैसी कई शानदार फिल्में
शामिल हैं.
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