
क्वाक्वारेली सायमंड्स (क्यूएस) की ओर से बुधवार को जारी रैंकिंग के
मुताबिक ब्रिक्स देशों के शीर्ष 20 विश्वविद्यालयों में चार भारतीय संस्थान
शामिल हैं. क्यू एस रैंकिंग में ब्रिक्स देशों के 300 विश्वविद्यालयों का
आकलन कर उनकी ग्रेडिंग की गई है. बता दें कि क्यूएस की ओर से जारी रैंकिंग
को पूरी दुनिया में प्रतिष्ठा प्राप्त है. इसमें कई अन्य भारतीय संस्थानों को भी जगह मिली है. पहले 20 संस्थानों में तीन IIT और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISC,
बेंगलुरु) शामिल हैं. शीर्ष दस में आठ चीनी और दो भारतीय संस्थान (IIटी,
बांबे को नौवां और IISC 10वें पायदान पर) हैं. सूची में आईआईटी दिल्ली को 15वां और आईआईटी मद्रास
को 18वां स्थान मिला है. इस साल की रैंकिंग में चीन
के बाद सबसे ज्यादा भारतीय विश्वविद्यालयों को जगह मिली है. ब्रिक्स देशों भारत, चीन, ब्राजील, रूस और दक्षिण अफ्रीका शामिल है.
लेकिन क्यूएस रैंकिंग में चीन का दबदबा है. शीर्ष दस में आठ स्थानों पर
चीनी विश्वविद्यालय काबिज हैं. इनमें से भी शिंघुआ यूनिवर्सिटी,पेकिंग
यूनिवर्सिटी और फुडान यूनिवर्सिटी शीर्ष तीन स्थान पर काबिज हैं. वर्ष 2016 में
पहले 10 विवि में सिर्फ IISC (6) ही शामिल था.
यूजीसी के अध्यक्ष वी एस चौहान ने नई दिल्ली में यह रैंकिंग जारी की. इस
मौके पर उन्होंने कहा, रैंकिंग संस्थानों के लिए महत्वपूर्ण हैं. भारत में
रैंकिंग के कारण संस्थानों ने खुद की तरफ देखना शुरू कर दिया है. पिछले
वर्ष आईआईएससी बेंगलुरू एकमात्र भारतीय संस्थान था, जो शीर्ष 10 में शामिल
हुआ और उसकी रैंकिंग छठी थी. उन्होंने कहा कि रैंकिंग के माध्यम से छात्र को संस्थान के बारे
में अतिरिक्त जानकारी मिलती है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.
शैक्षिक संस्थानों के लिए रैंकिंग कई मायनों में प्रासंगिक है. खासकर इसके
चलते संस्थान अपनी गुणवत्ता बढ़ाने पर ध्यान देने लगते हैं. इतना ही नहीं
सरकार भी यह सोचने लगती है कि विवि भी देश के लिए प्रतिष्ठा का विषय है.
उन्होंने बताया कि भारत रैंकिंग जारी होने पर उस वक्त खुश होगा जब 350 में
से 150 भारतीय विवि हों.
देश के शीर्ष सरकारी संस्थान
आईआईटी बंबई, आईआईएससी बेंगलुरु, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी मद्रास, आईआईटी
रुड़की, आईआईटी कानपुर, दिल्ली विश्वविद्यालय और कोलकाता विश्वविद्यालय.
देश के शीर्ष निजी विश्वविद्यालय
बिट्स पिलानी, थापर विश्वविद्यालय, सिंबायसिस अंतरराष्ट्रीय
विश्वविद्यालय, मणिपाल विश्वविद्यालय, अमृता विश्वविद्यालय, वीआईटी
विश्वविद्यालय, कलिंगा विश्वविद्यालय और ओ पी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी.