केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 22 नवम्बर 2017 को आतंकवाद के सभी रूपों और संगठित
अपराध से निपटने के क्षेत्र में भारत और रूस के बीच सहयोग के लिए एक समझौते
पर हस्ताकक्षर करने के लिए अपनी मंजूरी दी है. यह बैठक प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी की अध्यमक्षता में हुई. इस समझौते पर गृहमंत्री के नेतृत्व
में 27 नवंबर से 29 नवंबर 2017 को रूस में भारतीय प्रतिनिधिमंडल की आगामी
यात्रा के दौरान हस्ताक्षर होना प्रस्तावित है.
इस समझौते के
माध्यम से सूचना, विशेषज्ञता, बेहतर प्रथाओं के आदान-प्रदान और साझाकरण से
भारत और रूस के बीच आपसी संबंधों को मजबूती मिलेगी.
भारत और रूस का आपसी हितों के मामलों संबंधी अंतर्राष्ट्री य मंचों पर निकट सहयोग का सुदीर्घ इतिहास है. विश्वऔभर में बढ़ते आतंकवाद और संगठित अपराध को ध्या्न में रखते हुए सभी देशों के लिए आतंकवाद के सभी रूपों से निपटने के लिए एक साथ मिलकर काम करना अनिवार्य है. प्रस्तावित करार, जो अक्टूबर, 1993 के करार का स्थान लेगा, वह सुरक्षा के क्षेत्र में उपार्जित किए गए लाभों को एकत्र करने की दिशा में एक कदम है और यह नए एवं उभरते हुए जोखिमों और खतरों से संयुक्त रूप से निपटने का प्रस्ताव रखता है.
भारत और रूस का आपसी हितों के मामलों संबंधी अंतर्राष्ट्री य मंचों पर निकट सहयोग का सुदीर्घ इतिहास है. विश्वऔभर में बढ़ते आतंकवाद और संगठित अपराध को ध्या्न में रखते हुए सभी देशों के लिए आतंकवाद के सभी रूपों से निपटने के लिए एक साथ मिलकर काम करना अनिवार्य है. प्रस्तावित करार, जो अक्टूबर, 1993 के करार का स्थान लेगा, वह सुरक्षा के क्षेत्र में उपार्जित किए गए लाभों को एकत्र करने की दिशा में एक कदम है और यह नए एवं उभरते हुए जोखिमों और खतरों से संयुक्त रूप से निपटने का प्रस्ताव रखता है.
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