राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 2017 के जीवन रक्षा पदक के लिए 44 बहादुर
व्यक्तियों के नामों को मंजूरी दी है. इनमें से सात लोगों को सर्वोतम जीवन
रक्षा पदक, 13 को उत्तम जीवन रक्षा पदक और 24 को जीवन रक्षा पदक प्रदान किए
जाएंगे. सात पुरस्कार मरणोपरांत दिए जाएंगे. जिन व्यक्तियों को सर्वोतम जीवन रक्षा
पदक दिए जाएंगे उनमें मिजोरम के एफ. लालछंदमा (मरणोपरांत), मध्य प्रदेश के
बबलू मार्टिन (मरणोपरांत) पुडुचेरी के पुगाजेन्डी (मरणोपरांत), दिल्ली के
मास्टर सुप्रीत राठी (मरणोपरांत), मध्य प्रदेश के दीपक साहू (मरणोपरांत),
दिल्ली के सत्यवीर (मरणोपरांत) और मध्य प्रदेश के बसंत वर्मा (मरणोपरांत)
शामिल हैं. इसके अलावा जिन्हें उत्तम जीवन रक्षा पदक दिए जाएंगे
उनमें गुजरात के शेख सलीम गफूर, आंध्र प्रदेश के रवि गोर्ले, महाराष्ट्र के
राजेंद्र तुकाराम गुरव, जम्मू एवं कश्मीर के डॉ. सुनीम अहमद खान, मिजोरम
के बी. लल्तलंगथंगा और लियानमिंगथंगा, ओडिशा के मास्टर पंकज महंता, केरल के
अमीन मोहम्मद, महाराष्ट्र के भानु चंद्र पांडेय, मध्य प्रदेश की रीना
पटेल, हिमाचल प्रदेश के सुजन सिंह, कर्नाटक के सत्येन सिंह और मिजोरम के
जोनुंतलुआंगा शामिल हैं.
इसके साथ ही
जीवन रक्षा पदक पाने वाले व्य्क्तियों के नाम हैं मध्य प्रदेश के हरिओम
सिंह बैस, केरल के अबिन चाको, ओडिशा की कुमारी ममता दलाई, केरल के मास्टर
अभय दास, उत्तर प्रदेश के मास्टर चिरायु गुप्ता, अंडमान और निकोबार के
गायुस जेम्स, केरल के मास्टर स्टीफन जोसेफ और मास्टर हरीश केएच, कर्नाटक के
मास्टर निशांत केयू, दिल्ली के प्रदीप कुमार, उत्तर प्रदेश के सचिन कुमार,
मणिपुर के मास्टर जॉन लालदितसाक, मध्य प्रदेश के प्रवीण कुमार मिश्रा,
पंजाब के मदन मोहन, केरल की राजेश्री आर. नायर, मध्य प्रदेश के नरेंदर,
महाराष्ट्र के मास्टर तांबे प्रणय राहुल, मध्य प्रदेश के सौरभ सिंह राजपूत,
आंध्र प्रदेश की निम्मा वीरा वेंकट रामन, छत्तीसगढ़ की कुमारी यामिनी
साहू, महाराष्ट्र के प्रभाकर गंगाधर साठे, मध्य प्रदेश के सुरेंद्र शर्मा,
पश्चिम बंगाल के पुरन मल वर्मा और मिजोरम के मास्टर जायरेंतलुआंगा हैं.
जीवन
रक्षा पदक उन व्यक्तियों को दिए जाते हैं जिन्होंने मानवता का परिचय देते
हुए किसी दूसरे व्यक्ति की प्राण रक्षा का महान कार्य किया हो. यह पुरस्कार
तीन वर्गो सर्वोतम जीवन रक्षा पदक, उत्तम जीवन रक्षा पदक और जीवन रक्षा
पदक के रूप में दिए जाते हैं. जीवन के हर क्षेत्र के स्त्री और पुरुष,
दोनों पुरस्कारों के पात्र हैं. पुरस्कार मरणोपरांत भी प्रदान किए जाते
हैं. पुरस्कारों
के तहत पदक, गृह मंत्री द्वारा हस्ताक्षरित प्रमाणपत्र और एकमुश्त नकद
पुरस्कार दिए जाते हैं, जिन्हें उन राज्यों की सरकारें प्रदान करती हैं
जहां के पुरस्कृत व्यक्ति रहने वाले हैं.
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