रक्षा क्षेत्र में भारत को एक बड़ी सफलता मिली है. भारत ने ओडिशा के तट पर
अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. इस मिसालइल को भारत में ही
विकसित किया गया है. परमाणु क्षमता से लैस इस मिसाइल की रेंज में पूरा चीन
और पाकिस्तान आएगा. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी इसके सफल परीक्षण
की जानकारी दी. अग्नि-5 अंतरद्विपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण 18 जनवरी की सुबह 9 बजकर 53 मिनट पर ओडिशा तट स्थित अब्दुल कलाम आइलैंड से किया गया. अग्नि-5 की मारक झमता 5000 किलोमीटर है. यह 5000 या इससे कुछ अधिक दूरी
के लक्ष्य को असानी से भेद सकता है. इसके अलावा ये कई हथियारों को भी अपने
साथ ले जा सकता है. यह एंटी बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम के खिलाफ विरोधी
कार्रवाई भी करेगा.
अग्नि-5 अग्नि सीरीज की मिसाइलें हैं जिन्हें डीआरडीओ ने विकसित किया
है. पृथ्वी और धनुष जैसी कम दूरी तक मारे करने में सक्षम मिसाइलों के अलावा
भारत के बेड़े में अग्नि-1, अग्नि-2 और अग्नि-3 मिसाइलें हैं. इन्हें
पाकिस्तान को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है. अग्नि-4 और अग्नि-5
मिसाइलों को चीन को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है.
अग्नि-5 मिसाइल की ऊंचाई 17 मीटर और व्यास 2 मीटर है. इसका वजन 50 टन और
यह डेढ़ टन तक परमाणु हथियार ढोने में सक्षम है. इसकी स्पीड ध्वनि की गति
से 24 गुना ज्यादा है.
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