भारत ने अग्नि-1 के बाद स्वदेशी रूप से विकसित परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम मिसाइल
पृथ्वी-2 का ओडिशा के परीक्षण केंद्र से सफल प्रक्षेपण किया है. यह परीक्षण ओडिशा के चांदीपुर एकीकृत परीक्षण केंद्र से किया गया. लगभग
350 किमी तक निशाना साधने में सक्षम इस पृथ्वी-2 मिसाइल को सुबह 11.35 बजे
एक मोबाइल लांचर से दागा गया. पृथ्वी-2 का परीक्षण भारतीय सेना की
स्ट्रेटजिक फोर्स कमांड ने किया, जिसकी निगरानी रक्षा अनुसंधान और विकास
संगठन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिक भी कर रहे थे. मिसाइल के प्रक्षेपण पर रडार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम
और डीआरडीओ के टेलीमेट्री स्टेशनों के जरिए निगाह रखी गई. रिपोर्ट के
मुताबिक पृथ्वी-2 का परीक्षण के सभी मानकों पर सटीक रहा.
दो इंजनों
वाली पृथ्वी-2 मिसाइल में तरल ईंधन का इस्तेमाल किया जाता है. यह 500
किग्रा से लेकर 1000 किग्रा तक वजनी हथियार ले जाने में सक्षम है. पृथ्वी-2
लक्ष्य पर निशाना साधने में एडवांस्ड इनर्शल गाइडेंस सिस्टम का इस्तेमाल
करती है. गौरतलब है कि सेना ने इससे पहले 18
जनवरी को अग्नि-5 और 6 फरवरी को अग्नि-1 का भी ओडिशा के अब्दुल कलाम द्वीप
से सफल परीक्षण कियाथा.
परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम अग्नि-1 में ठोस ईंधन से चलने वाला एक
इंजन है. यह 700 किमी की दूरी तक निशाना साध सकती है.
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