चीन वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) का उपाध्यक्ष बना. भारत ने
वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) का उपाध्यक्ष बनने के लिए चीन को बधाई
दी. एफएटीएफ की पूर्ण बैठक में अमेरिका और उसके कुछ यूरोपीय सहयोगी
पाकिस्तान को उन देशों की सूची में डालने के पक्ष में थे जो आतंकवाद का
वित्तपोषण करते हैं. भारत ने उम्मीद जताई कि बीजिंग संगठन के उद्देश्य को
संतुलित और वस्तुनिष्ठ तरीके से कायम रखेगा और उसे समर्थन देगा. एफएटीएफ एक
वैश्विक निकाय है जिसपर आतंक के वित्तपोषण से लड़ने की जिम्मेदारी है.
वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) को वर्ष 1989 में स्थापित किया गया था. ये संस्था आतंकवाद से जुड़े मनी लांडरिंग से निपटने का कार्य करती आ रही थी. लेकिन वर्ष 2001 में इसके कार्य में विस्तार किया गया. अब एफएटीएफ किसी भी देश के खिलाफ वित्तीय प्रतिबंध जैसी कार्रवाई कर सकती है. एफएटीएफ 37 देशों का वैश्विक संगठन है जो अवैध धन को वैध बनाने तथा आतंकी
कार्रवाई गतिविधियों को धन उपलब्ध कराने की निगरानी करता है.
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