सरकार आपकी यात्रा को सुखद और आरामदायक बनाने के लिए एक नया ऐप लॉन्च किया है जिससे आपके रास्ते की कई परेशानियों से निदान मिला जाएगा. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी बुधवार को 'सुखद यात्रा' एप के साथ हाईवे इमरजेंसी नंबर 1033 लांच किया. इस एप की मदद से राजमार्ग पर वाहन चलाने वाला व्यक्ति सड़क की स्थिति, टोल सुविधाओं, टोल दर, प्रतीक्षा अवधि आदि का पता लग सकता है. यही नहीं, वह सड़क के गड्ढे, दुर्घटना आदि के बारे में शिकायत भी दर्ज करा सकता है. एप से फास्टैग की खरीदी भी संभव है.
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआइ) ने इस मोबाइल ऐप को डिवेलप किया है. एनएचएआई का दावा है कि इस ऐप के जरिए लोगों की बहुत सी परेशानियों का एक साथ समाधान किया जा सकेगा. राज्य हाईवे से जुड़ी शिकायतें भी इस ऐप के जरिए की जा सकती हैं. टोल फ्री नंबर 1033 डायल कर कोई भी व्यक्ति हाईवे पर दुर्घटना की सूचना आपात सेवाओं को सूचना दे सकता है. इस नंबर को एंबुलेंस तथा वाहन उठाने वाली टो-अवे क्रेन सेवाओं के साथ लोकेशन ट्रैकिंग फीचर से जोड़ा गया है. इस पर विभिन्न भारतीय भाषाओं में बात की जा सकती है.
इस अवसर पर गडकरी ने कहा की केंद्र सरकार प्रत्येक राज्य में कम से कम एक मॉडल मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर खोलेगी. इसके लिए सड़क मंत्रालय की ओर से प्रत्येक सेंटर को 50 लाख रुपये से लेक एक करोड़ रुपये तक की वित्तीय मदद प्रदान की जाएगी. यह मदद सेंटर खोलने वाली एजेंसी के स्वयं के निवेश के अनुरूप होगी. इस स्कीम का खाका हर जिले में रोजगार सृजित करने तथा भारी तथा हल्के मोटर वाहनों (एचएमवी और एलएमवी) के प्रशिक्षित ड्राइवरों की कमी दूर करने के मकसद से तैयार किया गया है. ट्रेनिंग सेंटरों में खतरनाक पदार्थों का परिवहन करने वाले ड्राइवरों को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी. सेंटर खोलने वाली एजेंसियों को जमीन के अलावा बुनियादी ढांचे, टेस्ट ट्रैक, क्लास रूम, सिमुलेटर आदि की व्यवस्था करनी होगी.
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआइ) ने इस मोबाइल ऐप को डिवेलप किया है. एनएचएआई का दावा है कि इस ऐप के जरिए लोगों की बहुत सी परेशानियों का एक साथ समाधान किया जा सकेगा. राज्य हाईवे से जुड़ी शिकायतें भी इस ऐप के जरिए की जा सकती हैं. टोल फ्री नंबर 1033 डायल कर कोई भी व्यक्ति हाईवे पर दुर्घटना की सूचना आपात सेवाओं को सूचना दे सकता है. इस नंबर को एंबुलेंस तथा वाहन उठाने वाली टो-अवे क्रेन सेवाओं के साथ लोकेशन ट्रैकिंग फीचर से जोड़ा गया है. इस पर विभिन्न भारतीय भाषाओं में बात की जा सकती है.
इस अवसर पर गडकरी ने कहा की केंद्र सरकार प्रत्येक राज्य में कम से कम एक मॉडल मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर खोलेगी. इसके लिए सड़क मंत्रालय की ओर से प्रत्येक सेंटर को 50 लाख रुपये से लेक एक करोड़ रुपये तक की वित्तीय मदद प्रदान की जाएगी. यह मदद सेंटर खोलने वाली एजेंसी के स्वयं के निवेश के अनुरूप होगी. इस स्कीम का खाका हर जिले में रोजगार सृजित करने तथा भारी तथा हल्के मोटर वाहनों (एचएमवी और एलएमवी) के प्रशिक्षित ड्राइवरों की कमी दूर करने के मकसद से तैयार किया गया है. ट्रेनिंग सेंटरों में खतरनाक पदार्थों का परिवहन करने वाले ड्राइवरों को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी. सेंटर खोलने वाली एजेंसियों को जमीन के अलावा बुनियादी ढांचे, टेस्ट ट्रैक, क्लास रूम, सिमुलेटर आदि की व्यवस्था करनी होगी.
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