राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मॉरिशस में अपने दौरे के तीसरे
दिन विश्व हिंदी सचिवालय इमारत का उद्घाटन किया. साथ ही उन्होंने विश्व
हिंदी सचिवालय का लोगो व अर्ली डिजिटल लर्निंग प्रोग्राम लॉन्च करने के साथ
ही एक सामाजिक आवास परियोजना और भारतीय मदद से बने ईएनटी के एक बड़े
अस्पताल की आधारशिला रखी. शाम में राष्ट्रपति ने भारतीय उच्चायुक्त द्वारा उनके सम्मान में आयोजित
एक एक स्वागत समारोह हिस्सा लिया. दो राष्ट्रों के राजकीय दौरे के अंतिम
चरण के लिए वह मैडागास्कर रवाना होंगे. मैडागास्कर जाने वाले वह
पहले भारतीय राष्ट्रपति होंगे. इससे पहले भारत ने मॉरीशस द्वारा रक्षा खरीद किए जाने के मकसद से
10 करोड़ डॉलर की नयी ऋण सुविधा की घोषणा की. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की
मॉरीशस की यात्रा के दूसरे दिन दोनों देशों ने कई समझौतों पर हस्ताक्षर
किए थे. कोविंद की मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ के साथ
प्रतिनिधि स्तर की बातचीत के बाद समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए.
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, ‘‘ भारत और मॉरीशसकी हिंद महासागर में समान
सुरक्षा चिंताएं हैं. मैं यह घोषणा करके खुश हूं कि भारत मॉरीशस को ऋण
सुविधा के तहत बहुद्देशीय गश्ती पोत की आपूर्ति करेगा.’’ दोनों देशों के
बीच कई दूसरे समझौतों/ सहमति ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए है. इनमें बिहार
नालंदा विश्वविद्यालय और मॉरीशस के बीच सहयोग स्थापित करने, मॉरीशस
विश्वविद्यालय में आयुर्वेद पीठ की स्थापना से संबंधित सहमति पत्र भी शामिल
हैं.
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