देश में चिकित्सा शोधों की कमान एम्स के
प्रोफेसर के हाथ सौंप दी गई है. केंद्र सरकार ने एम्स के वरिष्ठ हृदय रोग
विशेषज्ञ व कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. बलराम भार्गव को भारतीय
चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) का महानिदेशक नियुक्त किया है. इस बाबत
मंगलवार को कैबिनेट की अप्वाइंटमेंट कमेटी ने आदेश जारी किया. डॉ. बलराम भार्गव की पहचान नवोन्मेषी
(इनोवेटिव) डॉक्टर के रूप में रही है. नियुक्ति का आदेश जारी होने के बाद
उन्होंने कहा कि शोध के माध्यम से बीमारियों की रोकथाम उनकी प्रमुखता होगी.
इसलिए शोध को इस दिशा में ही आगे बढ़ाया जाएगा.
डॉ. बलराम ने कहा हमारे सामने दोहरी
चुनौतियां हैं.
मलेरिया अभी खत्म नहीं हुआ है, टीबी की समस्या भी सामने है.
इस बीच गैर संचारी बीमारियां काफी बढ़ गई हैं. इसलिए नमक, शुगर के अत्यधिक
इस्तेमाल व तंबाकू पर जोरदार प्रहार करना है. क्योंकि हृदय व मधुमेह जैसी
बीमारियों का यह प्रमुख कारण हैं. इन बीमारियों की रोकथाम के लिए शोध की जरूरत है. इसके
अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2025 तक टीबी को खत्म करने का
लक्ष्य निर्धारित किया है. इसमें शोध की क्या भूमिका होगी इसे ध्यान में
रखते हुए कदम उठाए जाएंगे, ताकि निर्धारित समय में देश टीबी मुक्त हो सके.
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