चिप-निर्माता इंटेल दक्षिण एशिया की पूर्व प्रबंध निदेशक देबजानी घोष
भारतीय आईटी उद्योग की शीर्ष निकाय नासकॉम की अध्यक्ष चुनी गई हैं. नासकॉम
ने सोमवार को यह जानकारी दी. वह
आर. चंद्रशेखर की जगह लेंगी, जिनका नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड
सर्विसिस कंपनीज (नासकॉम) के अध्यक्ष का पांच सालों का कार्यकाल पूरा हो
गया है. नासकॉम ने एक बयान में कहा, घोष ऐसे समय पर अपना पदभार संभाल रहीं है,
जब 167 अरब डॉलर का आईटी-बीपीएम (बिजनेस प्रोसेसिंग मैनेजमेंट) उद्योग देश
के विकास में उत्प्रेरक का काम कर रहा है. बयान में कहा गया है, व्यवसायों में प्रयुक्त डिजिटल प्रौद्योगिकियों के
साथ, घोष देश में डिजिटल प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने, नई
प्रौद्योगिकियों
को गले लगाने, नए भौगोलिक क्षेत्रों में विस्तार करने, मजबूत व्यापार
संबंध बनाने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करने के हमारे लक्ष्य को आगे
बढ़ाएंगी.
कॉरपोरेट भारत में लैंगिक विविधता और समान प्रतिनिधित्व की प्रवर्धक घोष
इंटेल इंडिया और एमएआईटी (मैनुफैक्चर्स एसोसिएशन फॉर इंफरेमेशन टेक्नॉलजी)
की अगुवाई करनेवाली पहली महिला थीं. घोष ने बताया, प्रौद्योगिकी उद्योग ने भविष्य के भारत के निर्माण में एक
महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. सामाजिक प्रभाव, कौशल विकास, उद्यमों में
बदलाव, स्टार्ट-अप्स का पारिस्थातिकी तंत्र तैयार करने आदि में
प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका है. नासकॉम के अध्यक्ष रमन रॉय ने कहा, घोष अपने ज्ञान और अनुभव के साथ उद्योग को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद करेंगी.
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