विश्व भर में 26 जून 2018 को नशीली दवाओं के सेवन और अवैध तस्करी के खिलाफ
अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया गया. इस वर्ष का विषय है: पहले सुनें- बच्चों और
युवाओं को सुनने पर जोर देती है क्योंकि उन्हें सबसे पहले सुरक्षित और
स्वस्थ होना है जो इस जोखिम और ड्रग्स के सेवन को कम करने में मदद करने के
लिए पहला और प्रारंभिक कदम है. पाठकों को बता दे की यह दिन हुमैन, गुआंग्डोंग जो चीन में अफीम की अवैध तस्करी और दुरूपयोग के
विनाश के लिए मशहूर थे उन्हें याद करने के लिए चुना गया. 7 दिसंबर 1987 को
संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा ने 9 नवंबर, 1985 के अपने 40/122 के संकल्प
को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी पर एक बैठक आयोजित कर पूरी तरह
से इस खतरे से लड़ने का फैसला किया. यह उस
बैठक का पहला कदम था जिसमें
सचिव-जनरल ने ड्रग्स के दुरूपयोग पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया
था और ऑस्ट्रिया में वियना में मंत्री स्तर पर इसका अवैध वितरण किया था.
ड्रग्स के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस संयुक्त
राष्ट्र द्वारा प्रस्तावित अंतर्राष्ट्रीय दिवस है जो ड्रग्स के दुरुपयोग
के साथ-साथ उनके गैरकानूनी व्यापार के खिलाफ लड़ने के लिए है. यह सालाना 26
जून को दुनियाभर में लाखों लोगों द्वारा मनाया जाता है. यह दिवस नशीली
दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ है. यह एक अंतरराष्ट्रीय समाज
के लक्ष्य को हासिल करने के लिए कार्रवाई को मजबूत करने और सहयोग को बढ़ाने
और उसको बढ़ावा देने की अभिव्यक्ति है जो ड्रग्स के दुरुपयोग से मुक्त है.
इस दिन विभिन्न संगठन इस खतरे को खत्म करने के लिए शपथ लेते हैं और अवैध
ड्रग्स की चुनौतियों को शांतिपूर्वक संबोधित करने पर जोर देते हैं. उनका
मूल सिद्धांत युवाओं की रक्षा करना और मानव जाति के कल्याण को बढ़ावा देना
है.
ड्रग्स के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस का मुख्य एजेंडा जनता में इसके अवैध
उत्पादन और उनके सेवन के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना
तथा इसकी अवैध तस्करी और इससे जुड़े खतरों के बारे में लोगों को अवगत कराना
है. इस दिन का उद्देश्य इस समस्या के लिए ध्यान रखना, ड्रग्स और इसके
उपयोग के उत्पादन की रोकथाम के लिए समर्थन में वृद्धि करना और छात्रों,
युवाओं, उनके रिश्तेदारों और समुदाय की भलाई के लिए एक निर्णायक निवेश करना
है. यह स्वस्थ और अस्वस्थ पर्यावरण के बीच टकराव के महत्वपूर्ण प्रभावों
पर ज़ोर देता है. यह दिन नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अन्य व्यसनों से पीड़ित
लोगों के जीवन की भलाई के प्रति समर्पित है. यह दिन आम जनता को याद दिलाता
है कि लोगों को विभिन्न पुनर्वास कार्यक्रमों में प्रतिभागी बनना चाहिए.
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