कांग्रेस विधायक दल के नेता चुने गए कमलनाथ ने 17 दिसंबर 2018 को मध्यप्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. भोपाल के जम्बूरी मैदान में राज्यपाल आनंदीबेन ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस शपथग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांध और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, मल्लिकार्जुन खड़गे, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट समेत पार्टी के सभी बड़े नेता शामिल हुए.
कमलनाथ का जन्म 18 नवंबर 1946 को यूपी के कानपुर में हुआ था. उन्होंने देहरादून के दून स्कूल के बाद कोलकाता विश्वविद्यालय के सेंट जेवियर कॉलेज से कॉमर्स विषय में स्नातक की डिग्री ली. कमलनाथ एक बड़े कारोबारी रहे हैं. कमलनाथ ने मध्यप्रदेश में अपनी चार दशक के सियासी सफर में खुद को बड़ा और सफल राजनेता साबित किया है. छिंदवाड़ा से लोकसभा सांसद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ की गिनती देश के दिग्गज नेताओं में होती है. वे वर्ष 2001 से लेकर वर्ष 2004 तक पार्टी के महासचिव रहे. वे पहली बार वर्ष 1980 में लोकसभा के सदस्य चुने गये थे. वे जून 1991 में केन्द्रीय मंत्रिमंडल में राज्य पर्यावरण व वन मंत्री बने थे. वे वर्ष 1995 से वर्ष 1996 के बीच केन्द्रीय राज्य कपड़ा उद्योग मंत्री रहे. वे वर्ष 2004 से वर्ष 2009 के बीच केन्द्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्री रहे. उन्हें वर्ष 2009 में केन्द्रीय सड़क परिवहन व उच्चमार्ग मंत्री नियुक्त किया गया. वे मध्य प्रदेश के छिन्दवाड़ा से 9 बार लोकसभा के सदस्य चुने जा चुके हैं. कमलनाथ ने 34 साल की उम्र में अपना पहला चुनाव जीता था.
गैरतलब है कि कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में कुल 230 सीटों में से 114 पर जीत हासिल की है और पार्टी को चार निर्दलीय और बीएसपी व एसपी के तीन विधायकों का समर्थन है, इसलिए पार्टी के पास कुल मिलाकर 121 सीटें हो गई हैं. एमपी में सरकार बनाने के लिए विधानसभा में 116 सीटों की जरुरत होती है. मध्य प्रदेश में 15 साल बाद कांग्रेस की सत्ता में वापसी हुई है.
No comments:
Post a comment