प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 जनवरी 2019 को ओडिशा में बलांगीर का दौरा किया. उन्होंने 1500 करोड़ रुपये की लागत वाली अनेक विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया और इसके साथ ही कई परियोजनाओं की आधारशिला रखी. प्रधानमंत्री ने बलांगीर स्थित रेलवे यार्ड में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, ‘सरकार पूर्वी भारत और ओडिशा के विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है. बलांगीर में अनेक विकास परियोजनाओं का शुभारंभ इस दिशा में एक ठोस कदम है.’
बलांगीर में प्रधानमंत्री ने झारसुगुड़ा में मल्टी-मोडल लॉजिस्टिक्स पार्क (एमएमएलपी) को राष्ट्र को समर्पित किया. यह मल्टी-मोडल लॉजिस्टिक्स पार्क इस क्षेत्र में झारसुगुड़ा को लॉजिस्टिक्स के प्रमुख केन्द्र (हब) के रूप में स्थापित कर देगा. प्रधानमंत्री ने रेल परियोजनाओं को बढ़ावा देते हुए 115 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली बलांगीर-बिचुपली रेल लाइन का उद्घाटन किया. इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री ने नागावेली नदी पर बने नये पुल, बारापली एवं डुंगरीपली और बलांगीर एवं देवगांव के बीच रेल लाइनों के दोहरीकरण और 813 किलोमीटर लंबी झारसुगुड़ा-विजिनगरम और संबलपुर-अंगुल लाइनों के विद्युतीकरण को भी राष्ट्र को समर्पित किया. प्रधानमंत्री ने ओडिशा के सोनपुर में केन्द्रीय विद्यालय की आधारशिला रखी, जिस पर अनुमानित 15.81 करोड़ रुपये की लागत आएगी. प्रधानमंत्री मोदी ने बलांगीर में स्मारकों के रानीपुर झरियाल समूह और कालाहांडी में असुरगढ़ किले के जीर्णोद्धार एवं नवीनीकरण कार्यों का भी शुभारंभ किया.
प्रधानमंत्री ने कनेक्टिविटी और शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, ‘शिक्षा से मानव संसाधन का विकास होता है और ये संसाधन तब अवसर में तब्दील होते हैं, जब उसे कनेक्टिविटी का सहारा मिलता है. छह रेल परियोजनाओं से लोगों को आवाजाही में सुविधा होगी, उद्योग जगत के लिए खनिज संसाधन और ज्यादा सुगम्य हो जाएगे और इससे किसानों को दूरदराज के बाजारों में भी अपनी उपज को ले जाने में मदद मिलेगी, जिससे ओडिशा के नागरिकों के लिए जीवन यापन और ज्यादा आसान हो जाएगा.’
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