अंतर्राष्ट्रीय
श्रम संगठन (आईएलओ) ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में कहा है कि 2018 में भारत
में 3.5 प्रतिशत की बेरोजगारी रहने का अनुमान है. जबकि पिछले साल यह 3.4
प्रतिशत थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2018 और 2019 में देश में बेरोजगारी
की दर 3.5 प्रतिशत होगी. 2017 की अपनी रिपोर्ट में आईएलओ ने भारत में
बेरोजगारी दर 2017 और 2018 में 3.4 प्रतिशत पर पेश की थी. आईएलओ ने कहा कि वैश्विक स्तर पर बेरोजगारी की दर में तीन साल में पहली
बार गिरावट आई है. रिपोर्ट के मुताबिक, 2018 में देश में बेरोजगारों की
संख्या 18.6 मिलियन और 201 9 में 18.9 मिलियन हो जाएगी. यह आंकड़ा 2017 में
18.3 मिलियन था.
पिछले साल की रिपोर्ट में आईएलओ ने अनुमान लगाया था कि देश में बेरोजगारों की संख्या 2018 में 18 मिलियन रहेगा और 2017 के लिए यह 17.8 मिलियन था. 2017 में भारत में बेरोजगार व्यक्तियों की संख्या आईएलओ के पिछले साल के अनुमानों से 0.5 मिलियन अधिक थी. आईएलओ ने 2017 में वैश्विक स्तर पर बेरोजगारी में 5.6% और 2018 और 2019 में 5.5% की गिरावट का अनुमान लगाया. आईएलओ के नए अनुमानों के मुताबिक, बेहतर डेटा सेटों और तरीकों के आधार पर वैश्विक बेरोजगारी की दर 2018 में 5.5% (2017 में 5.6% से) की गिरावट आने की उम्मीद है. आईएलओ के अनुमानों के अनुसार, भारत में बेरोजगारी दर 2012 में 3.6 प्रतिशत से घटकर 2014 में 3.4 प्रतिशत रह गई. हालांकि, 2015 में यह 3.5 प्रतिशत तक पहुंच गई और तब से बेरोजगारी की दर अपरिवर्तित रही है.
पिछले साल की रिपोर्ट में आईएलओ ने अनुमान लगाया था कि देश में बेरोजगारों की संख्या 2018 में 18 मिलियन रहेगा और 2017 के लिए यह 17.8 मिलियन था. 2017 में भारत में बेरोजगार व्यक्तियों की संख्या आईएलओ के पिछले साल के अनुमानों से 0.5 मिलियन अधिक थी. आईएलओ ने 2017 में वैश्विक स्तर पर बेरोजगारी में 5.6% और 2018 और 2019 में 5.5% की गिरावट का अनुमान लगाया. आईएलओ के नए अनुमानों के मुताबिक, बेहतर डेटा सेटों और तरीकों के आधार पर वैश्विक बेरोजगारी की दर 2018 में 5.5% (2017 में 5.6% से) की गिरावट आने की उम्मीद है. आईएलओ के अनुमानों के अनुसार, भारत में बेरोजगारी दर 2012 में 3.6 प्रतिशत से घटकर 2014 में 3.4 प्रतिशत रह गई. हालांकि, 2015 में यह 3.5 प्रतिशत तक पहुंच गई और तब से बेरोजगारी की दर अपरिवर्तित रही है.
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