अमेज़ॅन भारत में अपनी खुद की खुदरा बिक्री शुरू करने वाली पहली विदेशी ई-कॉमर्स फर्म बन गई है. कंपनी ने इसकी शुरुआत पुणे से की है. कंपनी अब फूड प्रोडक्ट्स सीधा ग्राहकों तक पहुंचाएगी.
अमेजॉन अपनी वेबसाइट अमेजॉन डॉट
इन के जरिए अब एक वेंडर है. फिलहाल यह सेवा पुणे में उपलब्ध है. यह
प्रोडक्ट अमेजॉन रिटेल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा बेचे जा रहे हैं. यह कथित रूप से अमेज़ॅन इंडिया प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगा और उपभोक्ताओं को
सीधे स्थानीय रूप से बना और पैक किया गया भोजन बेचेगा. अमेज़ॅन का अमेज़ॅन
नाओ ऐप भी है, जो किराने का सामान बेचने के लिए ग्राहकों के साथ खुदरा
विक्रेताओं को जोड़ता है.
कंपनी जल्द ही फूड रिटेलिंग
का कारोबार देश भर में फैलाएगी. उनके अनुसार, इसमें करीब एक तिमाही का समय
लग सकता है. अमेज़ॅन को फिछले साल ही सरकार ने इस वेंचर में $ 500 मिलियन निवेश करने की इजाजत मिली थी. कंपनी ने ऑनलाइन और ऑफलाइन चैनल्स के जरिए
स्थानीय कंपनियों द्वारा बनाए और पैक किए गए फूड प्रोडक्ट्स बेचने की इजाजत
मांगी थी.
कंपनी
ने इसकी शुरुआत पुणे से की है. कंपनी अब फूड प्रोडक्ट्स सीधा ग्राहकों तक
पहुंचाएगी.
इस मामले से जुड़े एक शख्स ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया,
"अमेजॉन अपनी वेबसाइट अमेजॉन डॉट इन के जरिए अब एक वेंडर है. फिलहाल यह
सेवा पुणे में उपलब्ध है." यह प्रोडक्ट अमेजॉन रिटेल इंडिया प्राइवेट
लिमिटेड के द्वारा बेचे जा रहे हैं.
इस मामले से जुड़े एक अन्य शख्स ने बताया कि कंपनी जल्द ही फूड रिटेलिंग का
कारोबार देश भर में फैलाएगी. उनके अनुसार, इसमें करीब एक तिमाही का समय लग
सकता है.
इसे भी पढ़ें: झुनझुनवाला की हिस्सेदारी वाली जॉन एनर्जी लाएगी आईपीओ
अमेजॉन को पिछले साल ही सरकार से इस वेंचर में $500 मिलियन निवेश करने की
इजाजत मिली थी. कंपनी ने ऑनलाइन और ऑफलाइन चैनल्स के जरिए स्थानीय कंपनियों
द्वारा बनाए और पैक किए गए फूड प्रोडक्ट्स बेचने की इजाजत मांगी थी.
सरकार ने साल 2016 में रोजगार और कारोबार को बढ़ावा देने के लिए फूड
प्रोसेसिंग कारोबार में 100 फीसदी एफडीआई की इजाजत दी थी. सिर्फ फूड
प्रोडक्ट्स के लिए आवेदन वाली अमेजॉन इकलौती विदेशी कंपनी है.
कंपनी
ने इसकी शुरुआत पुणे से की है. कंपनी अब फूड प्रोडक्ट्स सीधा ग्राहकों तक
पहुंचाएगी.
इस मामले से जुड़े एक शख्स ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया,
"अमेजॉन अपनी वेबसाइट अमेजॉन डॉट इन के जरिए अब एक वेंडर है. फिलहाल यह
सेवा पुणे में उपलब्ध है." यह प्रोडक्ट अमेजॉन रिटेल इंडिया प्राइवेट
लिमिटेड के द्वारा बेचे जा रहे हैं.
इस मामले से जुड़े एक अन्य शख्स ने बताया कि कंपनी जल्द ही फूड रिटेलिंग का
कारोबार देश भर में फैलाएगी. उनके अनुसार, इसमें करीब एक तिमाही का समय लग
सकता है.
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अमेजॉन को पिछले साल ही सरकार से इस वेंचर में $500 मिलियन निवेश करने की
इजाजत मिली थी. कंपनी ने ऑनलाइन और ऑफलाइन चैनल्स के जरिए स्थानीय कंपनियों
द्वारा बनाए और पैक किए गए फूड प्रोडक्ट्स बेचने की इजाजत मांगी थी.
सरकार ने साल 2016 में रोजगार और कारोबार को बढ़ावा देने के लिए फूड
प्रोसेसिंग कारोबार में 100 फीसदी एफडीआई की इजाजत दी थी. सिर्फ फूड
प्रोडक्ट्स के लिए आवेदन वाली अमेजॉन इकलौती विदेशी कंपनी है.
कंपनी
ने इसकी शुरुआत पुणे से की है. कंपनी अब फूड प्रोडक्ट्स सीधा ग्राहकों तक
पहुंचाएगी.
इस मामले से जुड़े एक शख्स ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया,
"अमेजॉन अपनी वेबसाइट अमेजॉन डॉट इन के जरिए अब एक वेंडर है. फिलहाल यह
सेवा पुणे में उपलब्ध है." यह प्रोडक्ट अमेजॉन रिटेल इंडिया प्राइवेट
लिमिटेड के द्वारा बेचे जा रहे हैं.
इस मामले से जुड़े एक अन्य शख्स ने बताया कि कंपनी जल्द ही फूड रिटेलिंग का
कारोबार देश भर में फैलाएगी. उनके अनुसार, इसमें करीब एक तिमाही का समय लग
सकता है.
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अमेजॉन को पिछले साल ही सरकार से इस वेंचर में $500 मिलियन निवेश करने की
इजाजत मिली थी. कंपनी ने ऑनलाइन और ऑफलाइन चैनल्स के जरिए स्थानीय कंपनियों
द्वारा बनाए और पैक किए गए फूड प्रोडक्ट्स बेचने की इजाजत मांगी थी.
सरकार ने साल 2016 में रोजगार और कारोबार को बढ़ावा देने के लिए फूड
प्रोसेसिंग कारोबार में 100 फीसदी एफडीआई की इजाजत दी थी. सिर्फ फूड
प्रोडक्ट्स के लिए आवेदन वाली अमेजॉन इकलौती विदेशी कंपनी है.
कंपनी
ने इसकी शुरुआत पुणे से की है. कंपनी अब फूड प्रोडक्ट्स सीधा ग्राहकों तक
पहुंचाएगी.
इस मामले से जुड़े एक शख्स ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया,
"अमेजॉन अपनी वेबसाइट अमेजॉन डॉट इन के जरिए अब एक वेंडर है. फिलहाल यह
सेवा पुणे में उपलब्ध है." यह प्रोडक्ट अमेजॉन रिटेल इंडिया प्राइवेट
लिमिटेड के द्वारा बेचे जा रहे हैं.
इस मामले से जुड़े एक अन्य शख्स ने बताया कि कंपनी जल्द ही फूड रिटेलिंग का
कारोबार देश भर में फैलाएगी. उनके अनुसार, इसमें करीब एक तिमाही का समय लग
सकता है.
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अमेजॉन को पिछले साल ही सरकार से इस वेंचर में $500 मिलियन निवेश करने की
इजाजत मिली थी. कंपनी ने ऑनलाइन और ऑफलाइन चैनल्स के जरिए स्थानीय कंपनियों
द्वारा बनाए और पैक किए गए फूड प्रोडक्ट्स बेचने की इजाजत मांगी थी.
सरकार ने साल 2016 में रोजगार और कारोबार को बढ़ावा देने के लिए फूड
प्रोसेसिंग कारोबार में 100 फीसदी एफडीआई की इजाजत दी थी. सिर्फ फूड
प्रोडक्ट्स के लिए आवेदन वाली अमेजॉन इकलौती विदेशी कंपनी है.
कंपनी
ने इसकी शुरुआत पुणे से की है. कंपनी अब फूड प्रोडक्ट्स सीधा ग्राहकों तक
पहुंचाएगी.
इस मामले से जुड़े एक शख्स ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया,
"अमेजॉन अपनी वेबसाइट अमेजॉन डॉट इन के जरिए अब एक वेंडर है. फिलहाल यह
सेवा पुणे में उपलब्ध है." यह प्रोडक्ट अमेजॉन रिटेल इंडिया प्राइवेट
लिमिटेड के द्वारा बेचे जा रहे हैं.
इस मामले से जुड़े एक अन्य शख्स ने बताया कि कंपनी जल्द ही फूड रिटेलिंग का
कारोबार देश भर में फैलाएगी. उनके अनुसार, इसमें करीब एक तिमाही का समय लग
सकता है.
इसे भी पढ़ें: झुनझुनवाला की हिस्सेदारी वाली जॉन एनर्जी लाएगी आईपीओ
अमेजॉन को पिछले साल ही सरकार से इस वेंचर में $500 मिलियन निवेश करने की
इजाजत मिली थी. कंपनी ने ऑनलाइन और ऑफलाइन चैनल्स के जरिए स्थानीय कंपनियों
द्वारा बनाए और पैक किए गए फूड प्रोडक्ट्स बेचने की इजाजत मांगी थी.
सरकार ने साल 2016 में रोजगार और कारोबार को बढ़ावा देने के लिए फूड
प्रोसेसिंग कारोबार में 100 फीसदी एफडीआई की इजाजत दी थी. सिर्फ फूड
प्रोडक्ट्स के लिए आवेदन वाली अमेजॉन इकलौती विदेशी कंपनी है.
कंपनी
ने इसकी शुरुआत पुणे से की है. कंपनी अब फूड प्रोडक्ट्स सीधा ग्राहकों तक
पहुंचाएगी.
इस मामले से जुड़े एक शख्स ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया,
"अमेजॉन अपनी वेबसाइट अमेजॉन डॉट इन के जरिए अब एक वेंडर है. फिलहाल यह
सेवा पुणे में उपलब्ध है." यह प्रोडक्ट अमेजॉन रिटेल इंडिया प्राइवेट
लिमिटेड के द्वारा बेचे जा रहे हैं.
इस मामले से जुड़े एक अन्य शख्स ने बताया कि कंपनी जल्द ही फूड रिटेलिंग का
कारोबार देश भर में फैलाएगी. उनके अनुसार, इसमें करीब एक तिमाही का समय लग
सकता है.
इसे भी पढ़ें: झुनझुनवाला की हिस्सेदारी वाली जॉन एनर्जी लाएगी आईपीओ
अमेजॉन को पिछले साल ही सरकार से इस वेंचर में $500 मिलियन निवेश करने की
इजाजत मिली थी. कंपनी ने ऑनलाइन और ऑफलाइन चैनल्स के जरिए स्थानीय कंपनियों
द्वारा बनाए और पैक किए गए फूड प्रोडक्ट्स बेचने की इजाजत मांगी थी.
सरकार ने साल 2016 में रोजगार और कारोबार को बढ़ावा देने के लिए फूड
प्रोसेसिंग कारोबार में 100 फीसदी एफडीआई की इजाजत दी थी. सिर्फ फूड
प्रोडक्ट्स के लिए आवेदन वाली अमेजॉन इकलौती विदेशी कंपनी है.
कंपनी
ने इसकी शुरुआत पुणे से की है. कंपनी अब फूड प्रोडक्ट्स सीधा ग्राहकों तक
पहुंचाएगी.
इस मामले से जुड़े एक शख्स ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया,
"अमेजॉन अपनी वेबसाइट अमेजॉन डॉट इन के जरिए अब एक वेंडर है. फिलहाल यह
सेवा पुणे में उपलब्ध है." यह प्रोडक्ट अमेजॉन रिटेल इंडिया प्राइवेट
लिमिटेड के द्वारा बेचे जा रहे हैं.
इस मामले से जुड़े एक अन्य शख्स ने बताया कि कंपनी जल्द ही फूड रिटेलिंग का
कारोबार देश भर में फैलाएगी. उनके अनुसार, इसमें करीब एक तिमाही का समय लग
सकता है.
इसे भी पढ़ें: झुनझुनवाला की हिस्सेदारी वाली जॉन एनर्जी लाएगी आईपीओ
अमेजॉन को पिछले साल ही सरकार से इस वेंचर में $500 मिलियन निवेश करने की
इजाजत मिली थी. कंपनी ने ऑनलाइन और ऑफलाइन चैनल्स के जरिए स्थानीय कंपनियों
द्वारा बनाए और पैक किए गए फूड प्रोडक्ट्स बेचने की इजाजत मांगी थी.
सरकार ने साल 2016 में रोजगार और कारोबार को बढ़ावा देने के लिए फूड
प्रोसेसिंग कारोबार में 100 फीसदी एफडीआई की इजाजत दी थी. सिर्फ फूड
प्रोडक्ट्स के लिए आवेदन वाली अमेजॉन इकलौती विदेशी कंपनी है.
कंपनी
ने इसकी शुरुआत पुणे से की है. कंपनी अब फूड प्रोडक्ट्स सीधा ग्राहकों तक
पहुंचाएगी.
इस मामले से जुड़े एक शख्स ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया,
"अमेजॉन अपनी वेबसाइट अमेजॉन डॉट इन के जरिए अब एक वेंडर है. फिलहाल यह
सेवा पुणे में उपलब्ध है." यह प्रोडक्ट अमेजॉन रिटेल इंडिया प्राइवेट
लिमिटेड के द्वारा बेचे जा रहे हैं.
इस मामले से जुड़े एक अन्य शख्स ने बताया कि कंपनी जल्द ही फूड रिटेलिंग का
कारोबार देश भर में फैलाएगी. उनके अनुसार, इसमें करीब एक तिमाही का समय लग
सकता है.
इसे भी पढ़ें: झुनझुनवाला की हिस्सेदारी वाली जॉन एनर्जी लाएगी आईपीओ
अमेजॉन को पिछले साल ही सरकार से इस वेंचर में $500 मिलियन निवेश करने की
इजाजत मिली थी. कंपनी ने ऑनलाइन और ऑफलाइन चैनल्स के जरिए स्थानीय कंपनियों
द्वारा बनाए और पैक किए गए फूड प्रोडक्ट्स बेचने की इजाजत मांगी थी.
सरकार ने साल 2016 में रोजगार और कारोबार को बढ़ावा देने के लिए फूड
प्रोसेसिंग कारोबार में 100 फीसदी एफडीआई की इजाजत दी थी. सिर्फ फूड
प्रोडक्ट्स के लिए आवेदन वाली अमेजॉन इकलौती विदेशी कंपनी है.
कंपनी
ने इसकी शुरुआत पुणे से की है. कंपनी अब फूड प्रोडक्ट्स सीधा ग्राहकों तक
पहुंचाएगी.
इस मामले से जुड़े एक शख्स ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया,
"अमेजॉन अपनी वेबसाइट अमेजॉन डॉट इन के जरिए अब एक वेंडर है. फिलहाल यह
सेवा पुणे में उपलब्ध है." यह प्रोडक्ट अमेजॉन रिटेल इंडिया प्राइवेट
लिमिटेड के द्वारा बेचे जा रहे हैं.
इस मामले से जुड़े एक अन्य शख्स ने बताया कि कंपनी जल्द ही फूड रिटेलिंग का
कारोबार देश भर में फैलाएगी. उनके अनुसार, इसमें करीब एक तिमाही का समय लग
सकता है.
इसे भी पढ़ें: झुनझुनवाला की हिस्सेदारी वाली जॉन एनर्जी लाएगी आईपीओ
अमेजॉन को पिछले साल ही सरकार से इस वेंचर में $500 मिलियन निवेश करने की
इजाजत मिली थी. कंपनी ने ऑनलाइन और ऑफलाइन चैनल्स के जरिए स्थानीय कंपनियों
द्वारा बनाए और पैक किए गए फूड प्रोडक्ट्स बेचने की इजाजत मांगी थी.
सरकार ने साल 2016 में रोजगार और कारोबार को बढ़ावा देने के लिए फूड
प्रोसेसिंग कारोबार में 100 फीसदी एफडीआई की इजाजत दी थी. सिर्फ फूड
प्रोडक्ट्स के लिए आवेदन वाली अमेजॉन इकलौती विदेशी कंपनी है.
कंपनी
ने इसकी शुरुआत पुणे से की है. कंपनी अब फूड प्रोडक्ट्स सीधा ग्राहकों तक
पहुंचाएगी.
इस मामले से जुड़े एक शख्स ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया,
"अमेजॉन अपनी वेबसाइट अमेजॉन डॉट इन के जरिए अब एक वेंडर है. फिलहाल यह
सेवा पुणे में उपलब्ध है." यह प्रोडक्ट अमेजॉन रिटेल इंडिया प्राइवेट
लिमिटेड के द्वारा बेचे जा रहे हैं.
इस मामले से जुड़े एक अन्य शख्स ने बताया कि कंपनी जल्द ही फूड रिटेलिंग का
कारोबार देश भर में फैलाएगी. उनके अनुसार, इसमें करीब एक तिमाही का समय लग
सकता है.
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अमेजॉन को पिछले साल ही सरकार से इस वेंचर में $500 मिलियन निवेश करने की
इजाजत मिली थी. कंपनी ने ऑनलाइन और ऑफलाइन चैनल्स के जरिए स्थानीय कंपनियों
द्वारा बनाए और पैक किए गए फूड प्रोडक्ट्स बेचने की इजाजत मांगी थी.
सरकार ने साल 2016 में रोजगार और कारोबार को बढ़ावा देने के लिए फूड
प्रोसेसिंग कारोबार में 100 फीसदी एफडीआई की इजाजत दी थी. सिर्फ फूड
प्रोडक्ट्स के लिए आवेदन वाली अमेजॉन इकलौती विदेशी कंपनी है.
कंपनी
ने इसकी शुरुआत पुणे से की है. कंपनी अब फूड प्रोडक्ट्स सीधा ग्राहकों तक
पहुंचाएगी.
इस मामले से जुड़े एक शख्स ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया,
"अमेजॉन अपनी वेबसाइट अमेजॉन डॉट इन के जरिए अब एक वेंडर है. फिलहाल यह
सेवा पुणे में उपलब्ध है." यह प्रोडक्ट अमेजॉन रिटेल इंडिया प्राइवेट
लिमिटेड के द्वारा बेचे जा रहे हैं.
इस मामले से जुड़े एक अन्य शख्स ने बताया कि कंपनी जल्द ही फूड रिटेलिंग का
कारोबार देश भर में फैलाएगी. उनके अनुसार, इसमें करीब एक तिमाही का समय लग
सकता है.
इसे भी पढ़ें: झुनझुनवाला की हिस्सेदारी वाली जॉन एनर्जी लाएगी आईपीओ
अमेजॉन को पिछले साल ही सरकार से इस वेंचर में $500 मिलियन निवेश करने की
इजाजत मिली थी. कंपनी ने ऑनलाइन और ऑफलाइन चैनल्स के जरिए स्थानीय कंपनियों
द्वारा बनाए और पैक किए गए फूड प्रोडक्ट्स बेचने की इजाजत मांगी थी.
सरकार ने साल 2016 में रोजगार और कारोबार को बढ़ावा देने के लिए फूड
प्रोसेसिंग कारोबार में 100 फीसदी एफडीआई की इजाजत दी थी. सिर्फ फूड
प्रोडक्ट्स के लिए आवेदन वाली अमेजॉन इकलौती विदेशी कंपनी है.
कंपनी
ने इसकी शुरुआत पुणे से की है. कंपनी अब फूड प्रोडक्ट्स सीधा ग्राहकों तक
पहुंचाएगी.
इस मामले से जुड़े एक शख्स ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया,
"अमेजॉन अपनी वेबसाइट अमेजॉन डॉट इन के जरिए अब एक वेंडर है. फिलहाल यह
सेवा पुणे में उपलब्ध है." यह प्रोडक्ट अमेजॉन रिटेल इंडिया प्राइवेट
लिमिटेड के द्वारा बेचे जा रहे हैं.
इस मामले से जुड़े एक अन्य शख्स ने बताया कि कंपनी जल्द ही फूड रिटेलिंग का
कारोबार देश भर में फैलाएगी. उनके अनुसार, इसमें करीब एक तिमाही का समय लग
सकता है.
इसे भी पढ़ें: झुनझुनवाला की हिस्सेदारी वाली जॉन एनर्जी लाएगी आईपीओ
अमेजॉन को पिछले साल ही सरकार से इस वेंचर में $500 मिलियन निवेश करने की
इजाजत मिली थी. कंपनी ने ऑनलाइन और ऑफलाइन चैनल्स के जरिए स्थानीय कंपनियों
द्वारा बनाए और पैक किए गए फूड प्रोडक्ट्स बेचने की इजाजत मांगी थी.
सरकार ने साल 2016 में रोजगार और कारोबार को बढ़ावा देने के लिए फूड
प्रोसेसिंग कारोबार में 100 फीसदी एफडीआई की इजाजत दी थी. सिर्फ फूड
प्रोडक्ट्स के लिए आवेदन वाली अमेजॉन इकलौती विदेशी कंपनी है. नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, "अमेजॉन अपनी वेबसाइट अमेजॉन डॉट
इन के जरिए अब एक वेंडर है. फिलहाल यह सेवा पुणे में उपलब्ध है." यह
प्रोडक्ट अमेजॉन रिटेल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा बेचे जा रहे हैं.
इस मामले से जुड़े एक अन्य शख्स ने बताया कि कंपनी जल्द ही फूड रिटेलिंग का कारोबार देश भर में फैलाएगी. उनके अनुसार, इसमें करीब एक तिमाही का समय लग सकता है. नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, "अमेजॉन अपनी वेबसाइट अमेजॉन डॉट इन के जरिए अब एक वेंडर है. फिलहाल यह सेवा पुणे में उपलब्ध है." यह प्रोडक्ट अमेजॉन रिटेल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा बेचे जा रहे हैं.
इस मामले से जुड़े एक अन्य शख्स ने बताया कि कंपनी जल्द ही फूड रिटेलिंग का कारोबार देश भर में फैलाएगी. उनके अनुसार, इसमें करीब एक तिमाही का समय लग सकता है. नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, "अमेजॉन अपनी वेबसाइट अमेजॉन डॉट इन के जरिए अब एक वेंडर है. फिलहाल यह सेवा पुणे में उपलब्ध है." यह प्रोडक्ट अमेजॉन रिटेल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा बेचे जा रहे हैं.
इस मामले से जुड़े एक अन्य शख्स ने बताया कि कंपनी जल्द ही फूड रिटेलिंग का कारोबार देश भर में फैलाएगी. उनके अनुसार, इसमें करीब एक तिमाही का समय लग सकता है.
इस मामले से जुड़े एक अन्य शख्स ने बताया कि कंपनी जल्द ही फूड रिटेलिंग का कारोबार देश भर में फैलाएगी. उनके अनुसार, इसमें करीब एक तिमाही का समय लग सकता है. नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, "अमेजॉन अपनी वेबसाइट अमेजॉन डॉट इन के जरिए अब एक वेंडर है. फिलहाल यह सेवा पुणे में उपलब्ध है." यह प्रोडक्ट अमेजॉन रिटेल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा बेचे जा रहे हैं.
इस मामले से जुड़े एक अन्य शख्स ने बताया कि कंपनी जल्द ही फूड रिटेलिंग का कारोबार देश भर में फैलाएगी. उनके अनुसार, इसमें करीब एक तिमाही का समय लग सकता है. नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, "अमेजॉन अपनी वेबसाइट अमेजॉन डॉट इन के जरिए अब एक वेंडर है. फिलहाल यह सेवा पुणे में उपलब्ध है." यह प्रोडक्ट अमेजॉन रिटेल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा बेचे जा रहे हैं.
इस मामले से जुड़े एक अन्य शख्स ने बताया कि कंपनी जल्द ही फूड रिटेलिंग का कारोबार देश भर में फैलाएगी. उनके अनुसार, इसमें करीब एक तिमाही का समय लग सकता है.
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