साहित्य अकादमी ने इस वर्ष के प्रतिष्ठित ‘साहित्य अकादमी पुरस्कारों’ की घोषणा कर दी है. साहित्य अकादेमी ने आज 20 भाषाओं में अपने वार्षिक साहित्य अकादेमी पुरस्कार-2021 की घोषणा की. इस वर्ष हिंदी साहित्य के लिए वरिष्ठ लेखक दया प्रकाश सिन्हा और अंग्रेजी के लिए नमिता गोखले को साहित्य अकादमी पुरस्कार के लिए चुना गया है. पुरस्कारों की अनुशंसा 20 भारतीय भाषाओं के निर्णायक समितियों द्वारा की गई थी. इनमें सात किताबें कविता की, दो उपन्यास, पांच लघु कथाएं, दो नाटक और एक-एक जीवनी, आत्मकथा, आलोचना और महाकाव्य की हैं. नमिता गोखले का अंग्रेजी भाषा में लिखा गया उपन्यास थिंग्स टु लीव बिहाइंड पुरस्कारों की सूची में शामिल है. इसके अतिरिक्त अनुराधा शर्मा पुजारी के असमिया उपन्यास इयत एखन आरोण्य आसिल को भी पुरस्कार के लिए चुना गया.
पुरस्कार के लिए हर भाषा में तीन-तीन लोगों की जूरी गठित की गई थी और पुरस्कार के लिए किताबों का चयन या तो आम सहमति से अथवा बहुमत से किया गया. साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. चंद्रशेखर कम्बार की अध्यक्षता में आयोजित अकादमी के कार्यकारी मंडल की बैठक में 30 दिसंबर को इस सूची को मंजूरी दी गई. पुरस्कार एक जनवरी 2015 से 31 दिसंबर 2019 के दौरान पहली बार प्रकाशित पुस्तकों को दिया गया है.
हिंदी साहित्य में साहित्य अकादमी सम्मान के लिए वरिष्ठ लेखक और नाटककार दया प्रकाश सिन्हा को प्रदा किया जाएगा. उनके नाटक ‘सम्राट अशोक’ को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है. दया प्रकाश सिन्हा का जन्म 2 मई, 1935 का उत्तर प्रदेश के कासगंज में हुआ था. वे अवकाशप्राप्त आईएएस अधिकारी होने के साथ-साथ हिन्दी के प्रतिष्ठित लेखक, नाटककार, नाट्यकर्मी, निर्देशक व चर्चित इतिहासकार हैं.
मुख्य पुरस्कार विजेता को पुरस्कार स्वरूप एक उत्कीर्ण ताम्रफलक, शॉल और एक लाख रुपए की राशि और युवा पुरस्कार, बाल साहित्य पुरस्कार विजेताओं को एक उत्कीर्ण ताम्रफलक और 50,000 रुपए की राशि बाद में आयोजित होने वाले एक विशेष समारोह में प्रदान किए जाएंगे.
साहित्य अकादमी पुरस्कार 2021 के विजेताओं की पूरी सूची
विजेता | भाषा | शैली |
अनुराधा सरमा पुजारी | असमिया | उपन्यास |
ब्रत्य बासु | बंगाली | नाटक |
मवदई गहाई | बोडो | कविता |
राज राही | डोगरी | लघु कथाएँ |
नमिता गोखले | अंग्रेजी | उपन्यास |
दया प्रकाश सिन्हा | हिंदी | नाटक |
डीएस नागभूषण | कन्नड़ | जीवनी |
वली मो. असीर कश्तवारी | कश्मीरी | आलोचना |
संजीव वीरेंकर | कोंकणी | शायरी |
जॉर्ज ओनाक्कूर | मलयालम | आत्मकथा |
किरण गौरव | मराठी | लघु कथाएँ |
छबीलाल उपाध्याय | नेपाली | महाकाव्य कविता |
हृषिकेश मल्लिक | उड़िया | कविता |
खालिद हुसैन | पंजाबी | लघु कथाएँ |
मिथेश निर्मोही | राजस्थानी | कविता |
विन्देश्वरीप्रसाद मिश्रा ‘विनय’ | संस्कृत | कविता |
निरंजन हंसदा | संताली | लघु कथाएँ |
अर्जुन चावला | सिंधी | कविता |
अम्बाई | तमिल | लघु कथाएँ |
गोराती वेंकन्ना | तेलुगु | कविता |
साहित्य अकादमी पुरस्कार: साहित्य अकादमी पुरस्कार भारत में एक साहित्यिक सम्मान है. साहित्य अकादमी द्वारा यह पुरस्कार प्रतिवर्ष दिया जाता है. यह अकादमी प्रतिवर्ष भारत को अपने द्वारा मान्यता प्रदत्त प्रमुख भाषाओं में से प्रत्येक में प्रकाशित सर्वोत्कृष्ट साहित्यिक कृति को पुरस्कार प्रदान करती है. ये पुरस्कार पहली बार साल 1955 में दिये गये थे. पुरस्कार की स्थापना के समय पुरस्कार राशि केवल पांच हजार रुपए थी लेकिन समय-समय पर यह राशि बढ़ती गई.
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